अपने इंश्योरेंस क्लेम के अस्वीकरण से कैसे बचें
जीवन बीमा आपके परिवार को मदद की सबसे अधिक आवश्यकता होने के समय, सेवा प्रदान करने का एक वादा होता है। हालांकि, सबकुछ योजना के अनुसार होना सुनिश्चित करने के लिए, आपको सुनिश्चित करना होगा कि आपका दावा स्वीकृत हो जाए।
आईआरडीए द्वारा 4 जनवरी 2018 को प्रकाशित दावा निपटान अनुपात रिपोर्ट 2016-17 के अनुसार, 24 जीवन बीमा कंपनियों में से 5 ने 10 प्रतिशत से अधिक जीवन बीमा दावों को खारिज कर दिया। यह एक खतरनाक प्रतिशत है और किसी भी ऐसे व्यक्ति की रातों की नींद हराम कर सकता है जिसने जीवन बीमा यह सोचकर खरीदा हो कि उसके न रहने पर उसके परिवार को किसी वित्तीय समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए यह सबसे अच्छे तरीकों में से एक है।
लेकिन इससे पहले कि आप चिंतित हों और सोचें कि आपने सही जीवन बीमा पॉलिसी चुनी है या नहीं, यहां एक तथ्य दिया जा रह है जिसे आपको अवश्य जानना चाहिए।
अस्वीकृत जीवन बीमा दावों का एक बड़ा प्रतिशत ऐसे दावे होते हैं जो बीमाधारक की ओर से कुछ गलतियों के कारण अस्वीकार कर दिए जाते हैं। हां, आपने सही पढ़ा। ये बीमाधारकों की बहुत छोटी गलतियां होती हैं जो जीवन बीमा खरीदने के पूरे उद्देश्य को ही पराजित कर देतीं हैं।
पॉलिसी खरीदार पॉलिसी खरीदने के समय कुछ सामान्य गलतियां करते हैं। वे हैं फॉर्म भरने के लिए एजेंट पर भरोसा करना, या पॉलिसी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने से पहले उनको न पढ़ना।
लेकिन आप चिंता न करें। क्योंकि इस पोस्ट में, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यदि आपके परिवार को दावा दायर करना पड़े, तो कभी भी, इसे अस्वीकार न किया जाए, हम ऐसी कुछ चीजों को सूचीबद्ध कर रहे हैं जिन्हें आपको अवश्य करना चाहिए।
फॉर्म स्वयं ही भरें
फॉर्म भरने की प्रक्रिया समय लेने वाली और बोझिल लग सकती है। लेकिन सुनिश्चित करें कि आप इस काम को बीमा एजेंट के भरोसे न छोड़ें। फ़ॉर्म में कोई गलत जानकारी भरे जाने से बचने के लिए, फॉर्म को आप के द्वारा स्वयं भरा जाना महत्वपूर्ण होता है। भले ही आपके एजेंट ने सही जानकारी दर्ज की हो, तब भी संभावना होती है कि वे आपके सभी विवरणों से अवगत न हों। उदाहरण के लिए आपके चिकित्सा इतिहास के बारे में वे सबकुछ नहीं जानते हैं।
कोई भी जानकारी छिपाएं नहीं
दावा अस्वीकृति के सबसे आम कारणों में से एक यह है कि पॉलिसी खरीदार जीवन बीमा कंपनियों से जानकारी छिपाते हैं। यदि जीवन बीमा कंपनी को पता चलता है कि आपने किसी जानकारी को छुपाया है तो उसे सारभूत तथ्यों के अप्रकटीकरण के आधार पर आपके दावे को अस्वीकार करने का अधिकार होता है। ऐसे मामलों में हमेशा ही अस्वीकृति होती है। क्योंकि जीवन बीमा मामले ऐसे मुद्दों का आसानी से पता कर सकते हैं। यहां कुछ विवरण दिए गए हैं जिन्हें फ़ॉर्म भरते समय आपको कभी छिपाना नहीं चाहिए:
· आयु
· व्यवसाय
· धूम्रपान की आदतें
· पहले से मौजूद बीमारी
· शराब पीने की मात्रा
· आपके द्वारा ली गई अन्य पालसियों का विवरण
प्रीमियम का समय पर भुगतान करें
बीमा कंपनियां केवल सक्रिय दावों का ही भुगतान करती हैं। यदि प्रीमियम का भुगतान न करने के कारण आपकी पॉलिसी समाप्त हो गई है, तो बीमाकर्ता दावा अनुरोध अस्वीकार कर देगा। यदि आप देय तिथि पर प्रीमियम का भुगतान करने से चूक गए हैं, तो ग्रेस अवधि के भीतर भुगतान कर दें। इस तरह, आप किसी अवांछित पॉलिसी समापन से बचें रहेंगे। अस्वीकृति से बचने के लिए, आप एक बार में भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं जिसका प्रीमियम मूल्य कम होता है। अन्यथा, आप विलंबित भुगतान से बचने के लिए अपने खाते से ऑटो डेबिट भी सेट कर सकते हैं।
सुनिश्चित करें कि नामिनी के बारे में जानकारी अप टू डेट है
यह जरूरी है कि आप नामिनी के बारे में जानकारी को, जब और जैसे आवश्यक हो, अपडेट करते रहें। उदाहरण के लिए यदि आप अविवाहित होते हैं तो आपने नामिनी के रूप में अपने माता-पिता का नाम अपडेट किया होगा। लेकिन, शादी करने के बाद, सलाह दी जाती है कि पॉलिसी में नामिनी के रूप में अपने पति / पत्नी का नाम अपडेट किया जाए। ऐसा इसलिए है, ताकि यदि आप जीवित न रहें, तो आपके पति / पत्नी को आपके बच्चों और परिवार के भविष्य की देखभाल करने के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता होगी।
चिकित्सा परीक्षण से परहेज न करें
जीवन बीमाकर्ता आपको चिकित्सा परीक्षण से गुजरने के लिए कहे तो आपको इनकार नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये परीक्षण आपके अच्छे के लिए ही होते हैं। चिकित्सा परीक्षा बीमाकर्ता को आपके चिकित्सा इतिहास की जानकारी देता है, जो बीमा दावे के आसानी से निपटारे में मदद कर सकता है। चिकित्सा जांच खर्च की आमतौर पर प्रतिपूर्ति कर दी जाती है।
पॉलिसी दस्तावेज की जांच कर लें
पॉलिसी दस्तावेज़ बीमा कंपनी को किसी वित्तीय या कानूनी देयता से बचाता है जो आपके साथ दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने के बाद उस पर आ सकता है। इसमें, पालिसी के सभी समावेशन और अपवाद विस्तार से शामिल होते हैं। हस्ताक्षर करने से पहले पॉलिसी दस्तावेज़ के नियम और शर्तों को सावधानी से पढ़ें, ताकि आप पहले से अवगत रहें और आपके पास दस्तावेज़ में उल्लिखित धाराओं और शर्तों पर मोलभाव करने का विकल्प हो। हालांकि अधिकांश बीमाकर्ता दस्तावेज़ में संशोधन नहीं करते हैं, फिर भी कुछ स्थितियों में मामूली परिवर्तन की गुंजाइस हमेशा ही होती है।
कोई प्रश्न पूछना है?
क्या आप आपने दावे के बारे में चिंतित हैं? दावा निपटान के बारे में किसी भी सहायता के लिए, अपनी नई सहायिका, हमारी चैटबॉट, अलीशा से पूछें। इसके अतिरिक्त, यदि आपका कोई प्रश्न है या आप जीवन बीमा योजना खरीदना चाहते हैं, तो आप हमें 1800-103-7766 पर कॉल कर सकते हैं। आपकी मदद करके हमें खुशी होगी!
AN July 75/18
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