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बीमाकृत होने के लिए मिलेनिअल का मार्गदर्शन

बीमाकृत होने के लिए मिलेनिअल का मार्गदर्शन

मिलेनिअल्स कई बार उनकी अपनाई गयी जीवन शैली को लेकर शर्मिंदा किये जाते हैं। एक मिलेनिअल के लिए प्राथमिकता स्पेक्ट्रम अलग तरीके से बनायी जाती है क्यूंकि ज्यादातर इनमें से कई आर्थिक कठिनाइयों से गुज़रते हैं- मुंहतोड़ छात्र ऋण का सामना करने से लेकर अपनी गौरवान्वित इन्स्टा लाइफ को जीने की कोशिश करने तक। इन सब के बीच, सही बीमा होना, या फिर कोई भी बीमा होना प्राथमिकता नहीं रह जाती है।

“मैं जीवन बीमा लेकर क्या करूंगा? मैं सिर्फ 26 साल का हूँ!” यह सामान्य विचार काफी प्रचलित है। जब आपने जॉब की शुरुआत ही की है और हाल फिलहाल में परिवार बढ़ाने का नहीं सोच रहे हैं तो बीमा के बारे में भूल जाना आसान है। हालांकि, जहाँ तक बीमा की बात है, इसे बाद की तुलना में जल्द करा लेना सही रहता है- यहाँ एडल्टिंग रूक नहीं सकता।

आपको बीमा क्यों खरीदना चाहिए?

अच्छे प्लान में निवेश करने में टालमटोल करना और उसे अपने आपको यह कह कर सही साबित करने की कोशिश करना कि “महंगे निवेश” की अभी आवश्यकता नहीं है, अब बिल्कुल वैद्य नहीं है। अब मार्केट में काफी पालिसी आ गयी हैं जहाँ पर मासिक प्रीमियम होता है, और इसकी लागत लगभग कुछ भी नहीं होती है।

यह एक बीमार सोच होगी कि आप कार दुर्घटना में फँस गए, किसी ने आपके घर में सेंध लगा दी, आग में आपने अपना सारा कीमती सामान खो दिया या फिर आपकी बिल्डिंग में पाइप के फटने से बाढ़ आ गयी। पर यह अनुभव काफी असली होते हैं और रोज़मर्रा की जिंदगी में होते हैं। सवाल यह है कि क्या आप इन घटनाओं के परिणाम के लिए तैयार हैं।

पहले से मन में बने हुए ख्याल कि बीमा एक बड़ी डील है को अपने मन पर भारी ना पड़ने दें। इससे आपके बीमा योजना के बारे में जानकारी लेकर उसमें निवेश करने की इच्छा भी खत्म नहीं होनी चाहिए जो आपकी ज़रूरतों और जीवनशैली के हिसाब से सबसे सही हो।

बीमा खरीदते वक्त ध्यान रखने वाली चीज़ें

सही खोज करें: बीमा खरीदते वक़्त, आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि कौन सी पालिसी आपके लिए सबसे सही रहेगी। अपनी आय को ध्यान में रखकर यह सोचें कि आपको किस चीज़ का बीमा करवाना है और सारे वेरिएबल जिससे आपका सामना हो सकता है। कई सारी बीमा पालिसी की तुलना करें और फिर एक का चुनाव करें- और इसका चुनाव सिर्फ दाम देखकर ना करें। कई बार सबसे सस्ती पालिसी लगती तो अच्छी है, पर एक बार जब आप इसके नियम और शर्तों को पढ़ते हैं तो उनकी कहानी बिल्कुल अलग होती है। हमेशा ऐसी ही पालिसी को चुनें जिसके लिए आप तब क्लेम कर सकें जब कोई परेशानी खड़ी होती है।

छूट मांगें: जैसा कि पहले कहा गया है, निवेश के खर्चे पर ना जाएँ। अपने कवरेज की ज़रुरत का मूल्यांकन करने से आप अपने बजट की बेहतर समझ रख पायेंगे और बचत के तरीके भी जान पायेंगे। व्यावसायिक मदद मांगने से आपको कुछ छूट मिल जायेगी, क्यूंकि अगर आप पालिसी के पूरे पैसे एक बार में जमा करते हैं तो कैरियर आपको छूट देते हैं। पैसे बचाने का दूसरा तरीका ओ सकता है कई पालिसी को एक में इकठ्ठा करना। पर इससे पहले कि आप ऐसा करते हैं, अपने ब्रोकर से यह पूछें कि क्या यह आपके लिए ज़्यादा फायदेमंद होगा या नहीं।

साड़ी खाली जगह को भरें: कोई भी एक पालिसी सारी चीज़ों को कवर नहीं कर सकती जिसे आप बीमाकृत करवाना चाहते हैं। इस बात को जानने और अतिरिक्त कवरेज को जोड़ने से आप भविष्य में नहीं पछतायेंगे। औसत किराएदार नीति के बावजूद चीजों को बदलना आसान नहीं होता। जो चीज़ें बदली नहीं जा सकतीं, उन्हें अलग से बीमाकृत करवाना सही रहता है।

आप जीवन बीमा खरीदने के लिए बहुत छोटे नहीं होते: अपनी उम्र के अलावा, बुद्धिमानी यह है कि आप जीवन बीमा में जितनी जल्दी हो सके निवेश कर लें। यह इसलिए नहीं कि जीवन बीमा की लागत आपकी उम्र के सीधे आनुपातिक होता है, पर इसलिए क्यूंकि आपके परिवार और आपके आने वाले रिश्तेदारों को इसका फायदा आपकी अनुपस्थिति में मिलेगा।

जब कोई संदेह हो तो, स्वतंत्र बीमा एजेंट से बात करें: एक स्वतंत्र बीमा एजेंट आपको सही सलाह देगा क्यूंकि वह कोई विशिष्ट ब्रांड से जुड़ा नहीं होगा जिसके प्रति उसका झुकाव होगा। इससे आप संभावित कवरेज पर सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त कर पायेंगे।  
अपने एजेंट को अपनी साड़ी आवश्यकताओं और ज़रूरतों के बारे में बताएं, अपने प्लान से अपने लक्ष्य और उम्मीदों के बारे में भी बताएं और उनसे आपको आपकी संपत्ति के अनुसार सही प्लान के बारे में पता चल जाएगा। एक एजेंट होने का फायदा है कि आपको डिस्काउंट मिलेंगे और आप बीमा मार्केट में चल रहे उतार चढ़ाव के बारे में अवगत रहेंगे ताकि आप आसानी से अपनी पालिसी अपडेट कर सकें।

आपके पास कौन सी बीमा होनी चाहिए?

बीमा खरीदने की प्रक्रिया काफी भ्रामक हो सकती है, खासकर तब जबकि आपके पास इस क्षेत्र का तजुर्बा कम हो। यहाँ पर बीमा के कई प्रकार दिए गए हैं जिसे आप चेकलिस्ट की तरह इस्तमाल कर सकते हैं-

जीवन बीमा: जैसे जैसे आप बड़े होते हैं, आपकी चिंताओं का विस्तार होता है। चाहे वह करियर का सवाल हो और उससे सम्बंधित समस्या को सुलझाने के लिए तैयार होने की बात हो या फिर परिवार शुरू करने की। जीवन बीमा के साथ, आप अपने चाहने वालों को एक बैकअप प्लान देते हैं जो वह आपकी अनुपस्थिति में इस्तमाल कर सकते हैं।

कार बीमा: एक कार रखना और उसको बनाए रखना एक एक्स्ट्रा खर्चे की तरह है। अगर आप गाड़ी खरीदते हैं तो कार बीमा कराना एक कानूनी प्रक्रिया है, और खरीद फ़रोख्त इस बात पर निर्भर करता है कि कवरेज का कौन सा प्रकार उपलब्ध कराया गया है। ऐसा बीमा जो लगभग हर परिस्थिति को कवर करे, आपको आगे जाकर पैसे बचाने में मदद करेगा।

स्वास्थ्य बीमा: स्वास्थ्य आपके लिए प्राथमिकता में होनी चाहिए क्यूंकि किसी और को आपसे इतना काम नहीं हो सकता जितना आपको अपने आप से होता है। अगर आपके पास स्वास्थ्य बीमा होता है तो आपके सर से एक बोझ हल्का रहता है। अगर आपके नियोक्ता से आपको पर्याप्त कवरेज मिलती है, तो आपको परेशान होने की ज़रुरत नहीं है; पर अगर आप जॉब बदलने की सोच रहे हैं तो आप उस सुख को खो सकते हैं।

स्वास्थ्य बीमा से आपको मिलता है मुफ्त चेक-अप, काफी सस्ती सुइयां आदि। बढ़ते मुद्रास्फीति के कारण लागत की तुलना में अनुलाभ का पल्ला झुका होता है। स्वास्थ्य बीमा में निवेश करना अच्छा है क्यूंकि इससे स्वास्थ्य इमरजेंसी के वक़्त आपको ज़्यादा खर्च नहीं करना पड़ेगा।

किरायेदार या मकानमालिक का बीमा: कोई नहीं जानता कि भविष्य में क्या होने वाला है- वास बाढ़ हो, आग लगी हो या फिर चोरी। आपको खराब वक़्त के लिए भी तैयार रहना चाहिए। अपने कीमती सामान की रक्षा आपकी प्राथमिकता लिस्ट में पहले आना चाहिए। ऐसा करने के लिए, किरायेदार बीमा या मकानमालिक बीमा में निवेश करना सबसे सही होता है जो स्वभाव से मजबूत होता है।

मिलेनिअल सबसे ज़्यादा सामाजिक रूप से जागरूक पीढ़ी है, और इस रुढ़िवादी छवि पर खड़ा उतरने के लिए, यह ज़रूरी होता है कि आप बीमा कवरेज प्लान में निवेश करें। इससे आपको अनुकूल परिणाम भी मिलेगा और जैसे जैसे आप और पालिसी समय के साथ परिपक्व होंगे, इसकी अतिरिक्त कीमत भी होगी।

Jun 107/19

 

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