दिल की बीमारियों के लिए स्वास्थ बीमा योजनायें
सोचिये कि आप ट्रैफिक में फंसे हों, समयसीमा पास हो और आप पसीने से तर बतर हों, आप उन परिदृश्यों के बारे में सोच रहे हों जिसकी कभी होने की संभावना ना हो।
ऐसी सोच हमें ओवरड्राइव मोड में डाल देती है जो उत्तेजना पैदा करती है और हमें और भी बीमारियों के अधीन करती है। जब हमारा शरीर ज्यादा तनाव नहीं सह पाता है जो हमारी रोज्मरा की जिंदगी से हमें मिलती है, तो यह हमारे दिल पर असर डालने लगती है।
तनाव और दिल की बीमारियों के बीच के सम्बन्ध के बारे में काफी समय से बातें होती रही हैं। रोज़मर्रा की जिंदगी में उत्तेजना बढ़ती जा रही है, और इसका स्तर इतना बढ़ गया है कि हममें दिल की समस्याएं उत्पन्न होने लगी हैं। दिल की बीमारियों से निजात पाने का सबसे आसान तरीका है तनाव को नियंत्रण में रखना। पर दिल का ख्याल रखने के लिए अपने तनाव के स्तर पर निर्भर होना एक काल्पनिक सोच की तरह है।
अगले दशक तक दिल के दौरे से मरने वाले लोगों की संख्या 46 प्रतिशत बढ़ने वाली है। इस समस्या के समाधान के लिए आपको ह्रदय सम्बन्धी निवेश के बारे में शोध और निवेश करना चाहिए। ह्रदय सम्बन्धी बीमारियाँ समय के साथ बढ़ती हैं और अचानक से सामने आती हैं। इससे पहले की आप पकड़े जाएँ, यह पता लगाना ज़रूरी है कि आपके दिल के लिए कौन सी योजनायें उपलब्ध हैं।
यहाँ पर कुछ सूची दी गयी है जिससे आपको यह समझने में आसानी होगी कि दिल का निवेश करना आपके लिए क्यूँ ज़रूरी होना चाहिए:
घड़ी की टिक टिक के साथ बढ़ रहे हैं जीवनशैली के रोग की तरफ
वेस्टर्न रिज़र्व यूनिवर्सिटी के एक डॉक्टर द्वारा लिखे गए पेपर से यह साफ था कि 1980 में एक सामान्य टीनएजर में तनाव का स्तर 1950 के एक मानसिक रोग के मरीज़ के बराबर था। क्यूंकि, तनाव के स्तर में बढ़ोत्तरी ही हुई है, और इसको साबित करने के लिए डाटा भी उपलब्ध हैं। हमने उत्तेजना और अस्वस्थ काम के ढ़ंग की बड़ाई की है और उनलोगों को नीचे नज़र से देखा है जो अपने लिए समय निकालते हैं और काम और जिंदगी के बीच एक बैलेंस बनाना चाहते हैं।
इस दबाव ने हमें घेर लिया है और इसका असर हमारे दिल के स्वास्थ पर दिखता है। उच्चरक्तचाप और असमय दिल की धकधकी आजकल आम बात हो गयी है। लोग आजकल उत्तेजना का शिकार हो रहे हैं क्यूंकि आये दिन डेडलाइन उनका पीछा नहीं छोड़ता।
दिल की बीमारियों की वजह से काफी लोग भारत में मरते हैं। आप एक कदम आगे रहें और किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए, यह ज़रूरी है कि आप किसी स्वास्थ बीमा में निवेश करें। इस बात का ध्यान रखें की योजना उस चीज़ को ज़रूर कवर करे जो आपको चलने में मदद करता है- दिल।
नियोक्ता द्वारा दिया गया स्वास्थ बीमा शायद आपके लिए अनुचित ना हो
जॉब नियोक्ता भी अपने यहाँ काम कर रहे लोगों को स्वास्थ बीमा देते हैं, पर वह हर कर्मचारी के हिसाब से नहीं हो सकता। अगर आपका स्वास्थ बीमा आपकी ज़रूरतों के हिसाब का नहीं है तो यह बात तय है कि यह आपके हिसाब का नहीं है। अपने आपको किसी भी तरह की स्वास्थ इमरजेंसी से बचाने के लिए, आपको यह तय करना होगा कि आपकी योजना आपको हर तरीके से कवर करती हो।
अगर आपने किसी कारण से जॉब छोड़ दिया तो आप बिना किसी स्वास्थ लाभ के रह जायेंगे। किसी भी समय एक्सीडेंट हो सकता है; उसके लिए तैयार रह कार आप अपने दिमाग को शांत कर सकते हैं। एक बार आप रिटायर हो जाते हैं तो स्वास्थ बीमा खरीदना महंगा भी हो सकता है, और अगर आप किसी पालिसी को फिर से शुरू करते हैं तो यह आपको और भी महंगा पड़ सकता है। आपके लिए बुद्धिमता का काम यह होगा कि उस योजना पर निवेश करें जो आपके दिल को कवर करता हो।
जितनी कम उम्र होगी, प्रीमियम उतना ही कम होगा
यह एक सामान्य ग़लतफ़हमी है कि जवान लोगों को कोई स्वास्थ बीमा की ज़रुरत नहीं होती। आजकल की रिस्क वाली लाइफस्टाइल में हमें सारे स्वास्थ लाभ के बारे में पता तो होना ही चाहिए। स्वास्थ बीमा के आवेदन के लिए आपकी उम्र जितनी कम होगी, उतनी ही कम प्रीमियम राशि होगी। आपकी उम्र जितनी ज़्यादा होगी, आपका इंतज़ार का समय उतना ही असुविधाजनक होगा।
अपने भविष्य के लिए स्वास्थ पर पूरा ध्यान दें। एक सम्पूर्ण स्वास्थ योजना बनाएं, जिसे आप अपनी उम्र बढ़ने के साथ साथ अपने अनुकूल बनाते जाएँ, ताकि जब विपदा आये तो आप उसका सामना करने के लिए तैयार हों।
कर की छूट
अनुभाग 80डी के अंतर्गत, मेडिकल प्रीमियम पर कर की छूट मिलती है। आप अपना और अपने चाहने वालों के भविष्य को सुनिश्चित तो कर ही सकते हैं साथ साथ पैसे भी बचा सकते हैं।
उम्र | कर कटौती/ व्यक्ति (रूपये) |
60 से कम | 25,000 |
60 से ज़्यादा | 50,000 |
आपका निवेश जो कि एक विश्वसनीय कंपनी से प्रीमियम भुगतान होता है, आपके कर दायित्व को कम कर सकता है।
आप स्वास्थ से सम्बंधित समस्या को अनिश्चितता के तत्व के आधार पर नज़रंदाज़ नहीं कर सकते जिसका सामना आप भविष्य में कर सकते हैं। सही निर्णय लेने और उपयुक्त प्रावधान का समधान करने से आप बीमाकृत भविष्य की तरफ बढ़ सकते हैं।
वित्तीय सुरक्षा
हर साल मुद्रास्फीति के कारण चिकित्सा प्रक्रियाएं महंगी होती जा रही हैं। जैसे जैसे उनकी मांग बढ़ रही है, लागत भी बढ़ रही है। चिकित्सा का दाम हर साल 10 से 15 प्रतिशत तक ऊपर जा रहा है। ऐसे समय में, अपना भविष्य सुरक्षित कर लेना सबसे सही होगा ताकि आप भविष्य में स्वास्थ सम्बन्धी सुरक्षा के मोहताज ना रहें। ऐसे हेल्थकेयर को चुनें जो दिल के साथ साथ आपके पूरे शरीर को सुरक्षित करे, और इससे आप आधुनिक स्वास्थ लाभ का फायदा भी उठा सकें।
अतिरिक्त लाभ
अगर आप स्वास्थ बीमा में निवेश करते हैं तो आपके रोज़मर्रा के मेडिकल चेकअप और सुई का खर्चा मुफ्त होगा, क्यूंकि यह आपकी पालिसी के कवर के अन्दर ही आएगा। कभी कभी सुइयां और डॉक्टर की जांच शुल्क ही दवाई से ज़्यादा महंगी हो जाती है। इस खर्च को बचाने के लिए एक सही तरीका है अपने लिए एक सही निवेश लेना।
अपने दिल को सुरक्षित करना और एक स्वास्थ कवरेज प्लान में निवेश करना आजकल के समय में एक ज़रुरत बन गयी है। अपनी जीवन बीमा योजना को अपने हिसाब से ढाल लेना आपके लिए मददगार होगी ताकि आप अपने लिए एक सुरक्षित भविष्य बना सकें। आप जितनी जल्दी इसके ऊपर काम करेंगे; उतना ही सुरक्षित होगा आपका भविष्य!
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